Tuesday, August 28, 2018

4. मेरे जिनवरों.

कषाय से थक हार कर
आया तेरे पास मैं भगवन..
विषयो से थक हार कर...

हाथ देके तूने अपना चलना सिखाया था ना,
दरिया है ये गेहेरा, पार करा देना,
प्रभु! मैं तेरा बच्चा, तू पक्का और मैं कच्चा,
संसार है मुश्किल, पार करा देना,
कर्मो को मेरे दूर करो, जिनवरों.. (2)

बाँधे जो कर्म जल्दी, छूटते नहीं है,
बंधन ऐसे है जो, टूटते नहीं है, (2)
ऐसी सगाई कर दो, दोषों की सफाई कर दो,
दरिया है ये गेहेरा, पार करा देना...
प्रभु! मैं तेरा बच्चा, तू पक्का और मैं कच्चा,
संसार है मुश्किल, पार करा देना,
कर्मो को मेरे दूर करो, जिनवरों.. (2)

मेरे जिनवरों...
बरसे जो कृपा फिर से...
मेरे जिनवरों...
दया का हाथ हो जो सिर पे...
आपके पाओं तले,
मेरी दुआ चले,
दुआ मेरी चलें...

हाथ देके तूने अपना चलना सिखाया था ना,
दरिया है ये गेहेरा, पार करा देना,
प्रभु! मैं तेरा बच्चा, तू पक्का और मैं कच्चा,
संसार है मुश्किल, पार करा देना,
कर्मो को मेरे दूर करो, जिनवरों.. (2)

कषाय से थक हार कर
आया तेरे पास मैं भगवन..
विषयो से थक हार कर...

Friday, August 24, 2018

3. Kya Le Aau?

Laa sakte ho to le aao wo bite hue din,
To humne guzaare tum bin.

Laa sako to lekar aana wo khushbu aur mithaas,
To aapke saath rehne se hoti hai kuch khaas

Leke aao agar sach me laa sako to, wo sunhere anubhav,
Jinke bagair, humara adhura hai ye bhav...

Monday, August 20, 2018

2. શોધ.

ના ધર્મ સંભવ છે,
ના હોય ધર્મ નો બોધ,
જ્યાં સુધી આ જીવ સેવે
માન, માયા, લોભ અને ક્રોધ

રાગ, દ્વેષ અને મોહ નો,
શરુ થાયે જ્યારે નિરોધ,
રોકે આ આત્મા ત્યારે,
આવતા કર્મો નો ધોધ

હું શરીર, આ બધું મારું,
આ માન્યતા નો જે વિરોધ,
એ આરંભ કરાવે આત્મલક્ષી,
સાચી અંતર શોધ

અનાદિ ની આ સફર ની,
પિયર છે નિત્ય નિગોદ,
બોધ, નિરોધ, શોધ કરતા,
જાશું મોક્ષ, કરી સકલ કર્મ અબોધ

1. मेरे प्यारे जिनवर.

ऐसे दिल में मेरे रूबरू हो गये,
धड़कने बेताहाशा धड़कने लगी,
भावना ऐसी लगी, इस दिल में जगी,
भक्ति करने लगा, तो मज़ा आ गया...

मेरे प्यारे जिनवर, तेरी पहेली नज़र,
मुझ पर आ गयी तो, मज़ा आ गया...
दीवाना हो गया, मैं फिदा हो गया,
जीवन ऐसा संवारा, मज़ा आ गया!!

पाप ही पाप थे, आत्मा में भरे...
पाप ही पाप थे, आत्मा में भरे,
दोष ही दोष से, आतम मेरा डरे...
दोष ही दोष से, आतम मेरा डरे,
आप की छांव में, प्रेम भरे पाँव में,
कृपा दृष्टि बरसाई, मज़ा आ गया!!

मान और लोभ थे, मेरे सर पर चढ़े...
मान और लोभ थे, मेरे सर पर चढ़े,
क्रोध और माया भी, मुझ पर थे खड़े...
क्रोध और माया भी, मुझ पर थे खड़े,
प्रभु कृपा करो, दिल में अपने धरो,
मिल गयी जो दया तो, मज़ा आ गया!!

रांझा हो गया, मैं फना हो गया...
भक्ति करता गया, और मज़ा आ गया!!

ThanQ Suchit for suggestions and changes in words.