Sunday, April 21, 2024

1. छूना हो आसमान.

 छूना हो आसमान तो, सिर्फ औकाद / ताकत  नहीं, नियत चाहिए 

हौसले हो सकते है बुलंद, इरादों वाली कीमत चाहिए 

कहने को तो कैसे भी जी लें, क्या फरक पड़ता है जनाब 

दिखावे सब कर लेते है, हसीं में निखरती असलियत चाहिए



ताकत suggested by Suchit

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