एक ख़ुशी ने
मिटा दिए ग़म
एक मधुर वचन ने
किया कठोर को नरम
एक प्यार भरी नज़र ने
की नफरत ख़तम
एक चाबी ने
तोडा बेड़ी का जुलम
एक बीज ने
दिया पेड़ को जनम
एक मकसद ने
बनाया पामर को परम
मिटा दिए ग़म
एक मधुर वचन ने
किया कठोर को नरम
एक प्यार भरी नज़र ने
की नफरत ख़तम
एक चाबी ने
तोडा बेड़ी का जुलम
एक बीज ने
दिया पेड़ को जनम
एक मकसद ने
बनाया पामर को परम
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