चलो, चलते है उस युग में...
मैं उगाऊ चावल,
कोई दाल की करे खेती,
और, कोई सब्जी की फसल
किसी और से कहे भाई,
तू ऊगा थोड़े से फल,
दवाई के लिए हम,
जड़ीबूटी में खोजें हल
२ जोड़ी कपडे और छत,
क्यों चाहिए संदूक और महल,
चलो, चलते है उस युग में...
जहा सुख चैन से जीए हर पल ||
No comments:
Post a Comment