Wednesday, May 14, 2025

2. आसमां.

 हम खुला आसमां हैं, 

जब चाहे ज़ोर से बरसेंगे, 

आप अगर दायरे में रहे,

तो शायद एक बूंद के लिए भी तरसेंगे


जंजीरें खोल दो, 

बाहर आओ, 

इस अंदाज़ का 

लुफ्त उठाओ...


छोटी सी जिंदगी है, कब तक, 

आख़िर कब तक तड़पेंगे

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