Friday, May 30, 2025

4. आभार और विश्वकल्याण.

 दिन की शुरुआत "आभार" और "विश्वकल्याण" की भावना से करने से क्या होता है?

जो कुछ भी मिला है जीवन में उसके लिए "Gratitude" का भाव विश्व की प्रति संवेदनशीलता का अनुभव करवाता है

साथ में "विश्व के सभी जीवों का मंगल हो, कल्याण हो", यह प्रेम भरी प्रार्थना मैत्री का सन्देश देती है 

आज मेरे पास जो भी है वह शायद खुश रहने के लिए काफी है

हाँ, परेशानियां है लेकिन क्या परेशानियों की मूल वजह परेशानी है या तुलना है?

लीना जी ने ७०० करोड़ का घर लिया लेकिन जब वो नीता जी के बारे में सोचेगी तो उन्हें ऐसा लग सकता है की इसका मकान तो मेरे से २० गुना ज्यादा की कीमत का है 

खुश रहने की ढेर सारी वजह है मेरे पास

हो सकता है, दुखी रहने की उससे भी ज्यादा 

आज के दिन मैं खुश रहने की कोई एक वजह पर ध्यान केंद्रित करू तो हो सकता है आज का दिन शुभ, संतुष्ट, संतुलित और आनंदित गुज़रे 

मेरे "आज" के लिए मैं संपूर्ण विश्व को "धन्यवाद" कहता हूँ 

तथापि इस विश्व में धड़कती हर धड़कन और चल रही उन सभी साँसों के कल्याण और मंगल मैत्री की भावना करता हूँ 

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