गांधी के दिल तक कहां गया है इंसान,
वहां तो पहुचीं 3 गोलियां सरेआम..
भले इंसान की इतनी सी पहचान,
भला करना छोड़ दे, तो लोग कहेगे हैवान...
बुराई के खिलाफ लाख लड़ाई करले,
एक गलती उसे बना देगी शैतान...
निःस्वार्थ भाव से लोगो के बारे में सोचने पर भी,
यह तो कोई भी करता, इसमे क्या है इतना महान...
आज के दिन याद करले उसे,
छुट्टी का आखीर मिला है वरदान...
बाकी तो तस्वीरों में झूलते रहेगे बापू,
और जेब मे सदा रहेगा उनका स्थान...
गांधी के दिल तक कहां गया है इंसान,
वहां तो पहुचीं 3 गोलियां सरेआम..
वहां तो पहुचीं 3 गोलियां सरेआम..
भले इंसान की इतनी सी पहचान,
भला करना छोड़ दे, तो लोग कहेगे हैवान...
बुराई के खिलाफ लाख लड़ाई करले,
एक गलती उसे बना देगी शैतान...
निःस्वार्थ भाव से लोगो के बारे में सोचने पर भी,
यह तो कोई भी करता, इसमे क्या है इतना महान...
आज के दिन याद करले उसे,
छुट्टी का आखीर मिला है वरदान...
बाकी तो तस्वीरों में झूलते रहेगे बापू,
और जेब मे सदा रहेगा उनका स्थान...
गांधी के दिल तक कहां गया है इंसान,
वहां तो पहुचीं 3 गोलियां सरेआम..
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