Friday, October 23, 2015

4. Graduate.

मैं जब स्कूल में था तब एक साल की पढाई के बाद अगली कक्षा में जाता था। जाहिर है के इसके लिए इम्तिहान में उत्तीर्ण होना ज़रूरी था। जब अगली कक्षा में जाता था तब पिछली कक्षा से अधिक पढ़ाई होती थी, ज्यादा मेहनत करनी होती थी।

इस तरह आगे बढ़ते एक साल ऐसा आया जो पढाई का आखरी साल था। उस साल भी इम्तिहान लिए गए। फर्क ये था की उस साल उत्तीर्ण होने के बाद मुझे डिग्री दी गयी।

ठीक इसी तरह मैं अध्यात्म क्षेत्र में काफी साल से जुड़ा हुआ हूँ। बाहर में ये भी कहता हूँ की पुरुषार्थ कर रहा हूँ। सवाल यह है की क्या हर साल मैं उत्तीर्ण होता हूँ? क्या हर साल के बाद  जो नया साल आता है उसमें मेरी साधना आगे बढ़ती है?

क्या मुझे पता है की मेरी पढाई का आखरी साल कब है? क्या मैं यह जानता हूँ की मुझे डिग्री कब मिलने वाली है? क्या मैं यह कह सकता हूँ की कितने वर्षों के बाद मैं अध्यात्म जगत की अंतिम परीक्षा में उत्तीर्ण होकर ग्रेजुएट बन जाऊंगा?

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